दूधोला गांव के सरपंच ने 6 साल पुराने नीम पेड़ को स्थानांतरित करा की नई मिसाल कायम

Sarpanch of Dudhola village set a new Example

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मकानमालिक से बात कर हाइड्रा की मदद से 20 फुट दूरी पर लगवाया नीम का पेड़

सराहनीय कार्य करने पर सरपंच को किया सम्मानित 

पलवल। दयाराम वशिष्ठ: Sarpanch of Dudhola village set a new Example: दूधोला गांव के सरपंच ने एक हरे भरे नीम वृक्ष को बिना काटे सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करवा एक मिशाल कायम की है। मिशन प्रकृति बचाओ पर्यावरण सचेतक सेवा ट्रस्ट पलवल की ओर से सराहनीय कार्य करने पर सरपंच सुनील कुमार को सम्मानित किया है।

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संस्था की ओर से यह सम्मान गांव दूधोला में आयोजित पर्यावरण पाठशाला के दौरान किया गया।ग्रीन एम्बेसडर डॉ. आचार्य राम कुमार बघेल एवं उनकी टीम ने सरपंच सुनील कुमार तथा उनके पिताजी मास्टर गंगा राम शास्त्री व जगदीश को पगड़ी, प्रभुनाम अंगवस्त्र तथा भगवान का चित्र व पौधा देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मास्टर गंगाराम शास्त्री ने बताया कि मनुष्य जाति को धरती पर सभी पशु- पक्षियों, पेड़- पौधे तथा जल आदि का संरक्षण करना चाहिए। 

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सरपंच सुनील कुमार ने संस्था के कार्यों की सरहना करते हुए बताया कि सरदार भगतसिंह के जीवन से हमें देश और समाज सेवा की प्रेरणा लेनी चाहिए। समाज का हर व्यक्ति अपने अच्छे कार्यों से देश सेवा में योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा कि आपकी संस्था के मिशन प्रकृति बचाओ के लिए हम सभी आपके साथ हैं। इस अभियान को जन- जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर मास्टर मानिकचंद, प्रवक्ता सुशील कुमार, मास्टर थानसिंह, योगेश, रिंकू, महेंद्र आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

6 वर्ष पुराने नीम पेड़ को स्थानांतरण होने से खुश हुए मकान मालिक जगदीश 

 सरपंच को जैसे ही भनक लगी कि जगदीश अपने जिस मकान का निर्माण करवा रहा है, उसमें 6 वर्ष से अधिक आयु का नीम पेड़ काटने की तैयारी हो रही है। सरपंच सुनील कुमार ने मकान मालिक जगदीश से बात कर नीम पेड़ न काटने की सलाह देते हुए उसे दूसरे स्थान पर स्थानांतरण कराने की सलाह दी। सरपंच के सहयोग से हाईड्रा की मदद से उस पेड़ की खुदाई करवाकर दूसरे स्थान पर लगवा दिया। सरपंच के सराहनीय कदम के बाद पेड़ स्थानांतरण होने से मकानमालिक जगदीश व उसके परिवारवाले बेहद खुश हैं। उन्होंने सरपंच का आभार जताया है।